सीतामऊ में ऑनलाइन की दुकानें बनी लूट का धंधा
सीतामऊ में ऑनलाइन की दुकानें बनी लूट का धंधा खसरा बी वन सर्टिफाय के नाम से किसानों और आम जनता से मन मर्जी के पैसे वसूले जा रहे है किसी भी दुकान का रेट फिक्स नहीं है और ना ही दुकानों पर चार्ट भी नहीं है अंधेरी नगरी चौपट राजा कई दुकानें सीतामऊ में तो राजनीति सरक्षण के कारण भी चल रही है
और कहीं दुकानों की साठ गांठ तहसीलों से भी संपर्क के कारण भी चल रही है 2 रुपए के कागज के 10 रुपए वसूले जा रहे है और 10 रुपए के कागज के 50 रुपए वसूले जा रहे है और 50 के सौ भी वसूले जा रहे है और किसी को भी बिल नहीं देते है अशिक्षित लोगों का दुकानों वाले उठा रहे है फायदा सभी दुकानों वालो ने कानून और निय्यम ताक में रख कर कर रहे है काम प्रशासन का ध्यान भी नहीं जाता है दुकान वालों की तरफ कोई जेठा लाल तो कोई कुबेर सेठ बन गए ऑनलाइन की दुकानों से और तो और टैक्स चोरी भी जोरो से हो रही है फुट स्पेक्टर और सेल टैक्स अधिकारी यो का ध्यान भी नहीं जाता दुकानों की तरफ जनता और आम लोगों के दिल में दुकानों और अधिकारियों के प्रति कहीं सवाल खड़े हो रहे है आखिर इन सब काला बाजारी करने वालो के पीछे किसका हाथ हो सकता है और यह लोग नियम कानून का पालन क्यों नहीं करते हैं इनके पीछे कई सवाल उठ रहे हैं जिम्मेदार अधिकारी भी नहीं देते है ध्यान सीतामऊ में लूट का धंधा बना काला बाजारी
रिपोर्ट-अफजल शेख ब्यूरो मंदसौर