गांजा तस्कर 50 किलो गांजा के साथ चित्रकूट से भेजे गए जेल
*एक बार फिर गांजा तस्करों से सराय अकिल थाना पुलिस की दोस्ती हुई उजागर*
*गांजा तस्करों से सराय अकिल पुलिस की दोस्ती के मामले को पुलिस महानिरीक्षक ने गंभीरता से लेते हुए कठोर कार्यवाही के दिए संकेत*
कौशाम्बी-सराय अकिल थाना क्षेत्र के ग्राम सभा बसुहार और जयंतीपुर ग्राम सभा से गांजे का बड़ा व्यवसाय लम्बे समय से संचालित हो रहा है। समय-समय पर कौशांबी पुलिस से ग्रामीणों ने गांजा व्यवसाय की सूचना भी दिया लेकिन सराय अकिल पुलिस गांजा माफियाओं पर ठोस कार्यवाही नही कर सकी बल्कि रलगातार उनका बचाव कर रही थी। आठ दिन पहले गांजा बेचकर डेढ़ लाख रुपए ले जा रहे एक युवक को सराय अकिल पुलिस ने पकड़ा था लेकिन आरोप है कि 40 हजार रुपए लेकर सराय अकिल पुलिस ने पकड़े गए गांजा माफिया को छोड़ दिया इसके 5 दिन बाद चित्रकूट पुलिस कौशांबी के बसुहार गांव पहुँची और गांव के मनबोध एवं शिवबोध पुत्रगण श्री श्याम मिश्रा व अर्पित मिश्रा निवासी जयंतीपुर को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से 50 किलो से अधिक अवैध गांजा बरामद कर चित्रकूट उठा ले गयी। कौशांबी पुलिस इस खुलासे पर ताकती रह गई। कौशांबी के तीनों गांजा माफियाओं को चित्रकूट पुलिस ने जेल भेज दिया है।
अब सवाल उठता है कि कौशांबी जनपद में लगातार गांजा का अवैध व्यापार थाना पुलिस के संरक्षण में फल फूल रहा है। गांजा माफियाओं से थाना पुलिस की सांठगांठ के बाद भी मामले से आला अधिकारियों को थाना पुलिस लगातार गुमराह कर रही है जिससे गांजे का कारोबार कौशांबी में रुकने के बजाय दिनों दिन पांव पसार रहा है। इसके पहले भी सराय अकिल थाना क्षेत्र के बसुहार गांव के गांजा कारोबारियों को इलाहाबाद सहित अन्य क्षेत्र की पुलिस बड़े पैमाने पर गांजा बरामद कर जेल भेज चुकी है लेकिन फिर भी सराय अकिल पुलिस गांजा के व्यवसाय से इंकार करती है। अवैध तरीके से कौशांबी में फल फूल रहे गांजे के बड़े कारोबार पर पुलिस महानिरीक्षक प्रयागराज बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी और गांजा कारोबारियों के ऊपर गैंगस्टर एक्ट की कार्यवाही के साथ-साथ थाना पुलिस की संलिप्तता पर उन्हें कठोर दंड दिया जाएगा।
रिपोर्ट- वरुण शुक्ला उत्तर प्रदेश