पंजाब पुलिस ने तीन गिरफ्तारियों के साथ मालवा के प्रमुख कारोबारी पर हमले की साजिश को नाकाम किया: डी.आई.जी पंजाब भुल्लर
संंजय कालिया (जालंधर)
गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लाने के लिए हाल ही में डीजीपी पंजाब वीके भावरा की देखरेख में एडीजीपी प्रमोद बान की अध्यक्षता में एक एजीटीएफ का गठन किया था।
इस संबंध में जानकारी देते हुए डी.आई.जी (ए.जी.टी.एफ) गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पुख्ता सूचना के आधार पर बठिंडा से एजीटीएफ की टीम ने मालवा क्षेत्र के एक नामी व्यापारी से रंगदारी वसूलने के लिए हमला करने की योजना बना रहे तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि इन आरोपियों की गिरफ्तारी से एक सनसनीखेज घटना टल गई है.
डीआईजी भुल्लर ने बताया कि तीनों आरोपियों की आपराधिक पृष्ठभूमि है। सचिन और हिम्मतवीर पंजाब के पड़ोसी राज्यों हरियाणा और दिल्ली में मादक पदार्थों की तस्करी और अवैध हथियारों की तस्करी में शामिल थे। उसने कहा कि वह दूसरे राज्यों से गिरोह के लिए हथियार मंगवाता था और अपने साथियों को देता था ताकि टारगेट किलिंग को अंजाम दिया जा सके।
डीआईजी ने कहा कि कनाडा के रहने वाले गैंगस्टर गोल्डी बरार और लॉरेंस बिस्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई के इशारे पर उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में भगोड़े गैंगस्टरों को ठिकाना मुहैया कराया।
उन्होंने आगे कहा कि हाल ही में स्पेशल सेल दिल्ली की काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट ने एक वांछित गैंगस्टर शाहरुख खान को गिरफ्तार किया है, जिसे सचिन और उसके साथियों द्वारा पंजाब में ठिकाना मुहैया कराया गया था।
ज्ञात हो कि आर्म्स एक्ट दिनांक 01-05-2022 की धारा 25 (7) और (8) के तहत पुलिस स्टेशन सिविल लाइन बठिंडा में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और आगे की जांच जारी है।